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Pranayam ka Arth, Mahattav v Labh | प्राणायाम का अर्थ महत्त्व व् लाभ | Definition, Importance and Benefits of Pranayam in Hindi



आज हम प्राणायाम के बारे में कुछ बातें करते है। कुछ लोगों को तो इसके बारे में पता भी नहीं होगा लेकिन आपको कंफ्यूज होने की ज़रूरत नहीं है क्योकि आज हमारा विषय भी यही है की प्राणायाम क्या होता है।  हमारे शरीर में जितने भी चेष्टाएँ होती है उन सभी का हमारे पुराणों से सम्बन्ध होता है प्राणायाम हमारे  लिए बहुत ही ज़रूरी है क्योकि इसकी मदद से हम अपनी इन्द्रियों एवं मन के दोष्  दूर कर सकते है। और उनको अपने काबू में रख सकते है वैसे तो मन किसी के काबू में नहीं रहता लेकिन इसके मदद से हम अपने मन को अपने काबू में रख सकते है।  प्राणायाम करने से मनुष्य के मानसिक विकार दूर हो जाते है वैसे  तो ये भी व्यायाम की एक पद्धति है, जिस से आपके  फेफड़े मजबूत होते है और आपको दीर्घ आयु का लाभ मिलता है और आप विभिन्न रोगो से छुटकारा  भी  पा सकते है। अगर आप रोज़ प्राणायाम करेंगे तो इससे आपके मन की स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है। हमे अपना जीवन एक बार ही मिलता है तो क्यों ना हम इसका सही उपयोग करे। READ MORE SIMILAR POSTS ...
 
प्राणायाम का अर्थ महत्त्व व् लाभ
प्राणायाम का अर्थ महत्त्व व् लाभ

प्राणायाम करते समय किन किन बातो को ध्यान में रखें


1.  सबसे पहले तो प्राणायाम करते समय हमारा शरीर शुद्ध होना चाहिए बहार से भी और अंदर से भी भूमि पर आसान या फिर कोई चटाई वैगहरा बिछा लें और उस पर आसन लगाएं।  


2.  एक बात को ध्यान में रखना चाहिए की हम जब भी कोई आसन करें तो हमारी रीड ही हड्डी सीधी होनी चाहिए।


3. जब हम प्राणायाम करे तो हमारे हाथो को ज्ञान या किसी भी अन्य मुद्रा में होना चाहिए क्योकी हाथ को मुद्रा में रखना ज़रूरी है।  


4. आप जब भी प्राणायाम करे तो आपके शरीर में कोई भी तनाव नहीं होना चाहिए उस समय आप शांत मन से प्राणायाम करे अगर ऐसे नहीं होगा तो जो आप प्राणायाम करेंगे तो उसका लाभ नहीं मिलेगा।
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Pranayam ka Arth, Mahattav v Labh
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5. प्राणायाम करते समय अपनी सांसो का धीरे धीरे आना जाना करें, इसमें कोई भी जल्दबाज़ी न करे क्योकि ऐसा करने से आपको दिक्कत महसूस हो सकती है।


6. आप अपनी हर साँस के साथ - साथ अपने मन में ॐ का जाप करे जिससे आपको आध्यात्मिक एवं शारीरिक लाभ मिलेगा और जो प्राणायाम आप कर रहे है उसका दुगुना लाभ आपको मिलेगा। 
 

प्राणायाम को प्रतिदिन अभ्यास करने से व्यक्ति को जो मुख़्य-2 लाभ होते है अब हम उनके बारे में चर्चा करते है -  


1. इससे निरन्तर उपयोग से मनुष्य के हदय, फेफड़े व् मस्तिष्क सम्बन्धी रोग दूर होते है। 


2. प्रतिदिन प्राणायाम करने से आपका मोटापा कोलेस्ट्रोल,  मधुमेह, कब्ज, गैस, श्वास आदि सभी रोग सामन रूप से ठीक हो जायेंगें। 


3. अगर आपका मन ज़्यादा चंचल है कभी भी स्थिर नहीं होता और आप २४ घंटे डिप्रेशन आदि रोगो से परेशान है तो आप प्राणायाम का सहारा ले सकते है इसको प्रतिदिन करने से आपको बहुत लाभ मिलेगा। 


4. अगर आपको पित की बीमारी है तो ये उसमे भी बहुत लाभकारी है। प्राणायाम करने से आप वंशानुगत डायाबिटीज, हदयरोग आदि  बिमारिओ से भी बच सकते है।


5. अगर आपको जल्दी गुस्सा आता है और जैसे की आपमें अन्य रोग काम, क्रोध, लोभ, मोह व् अहंकार है तो वो भी नष्ट हो जायेंगें।   
 

6. प्राणायाम से आप अपने बालो का जड़ना, सफ़ेद होने से रोकना, चहरे पे झुर्रियां पड़ना आदि से बच सकते है। 


7. लेकिन इसके लिए आपको डेली प्राणायाम करना होगा। प्राणायाम करने से आप बुढ़ापे से निजात पा सकते है। इससे आपमें जल्दी बुढ़ापा  नहीं आएगा और आपकी आयु भी लम्बी होगी।


8. प्राणायाम का अभ्यास करने वाले व्यक्ति के सदा सकारत्मक विचार, और वो हमेशा ही चिंता मुक्त रहता है और उत्साह से भरा हुवा रहता है। 
 
Definition, Importance and Benefits of Pranayam in Hindi
Definition, Importance and Benefits of Pranayam

सबसे विशेष बात - ऐसा नहीं है की सिर्फ बीमार लोगो को ही प्राणायाम करना चाहिए अगर आप बीमार नहीं भी है, तो भी आप प्राणायाम कर सकते है इससे आपका शरीर स्वस्थ जरूर रहेगा
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