इस वेबसाइट पर किसी भी तरह के विज्ञापन देने के लिए जरूर CONTACT करें. EMAIL - info@jagrantoday.com

Note: इस वेबसाइट ब्लॉग पर जो भी कंटेंट है वो मात्र सुचना और शिक्षा के लिए दी गयी है. किसी भी कंटेंट को प्रयोग अगर किया जाता है तो उसके लिए खुद प्रयोग करने वाला ही हर तरह से जिम्मेदार होगा. हमने यहाँ अपने विचार प्रकट किये है. इसीलिए इसमें हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं - धन्यवाद

कुछ ख़ास आपके लिए :-

Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana - बेस्ट फुल बॉडी मसाज मालिश पार्लर इन रोहतक हरयाणा

  Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana सबसे पहला प्रश्न तो यही है की हमे बॉडी मसाज या शरीर पर मालिश ( Full Body Massa...

Netra Rog Chikitsa | नेत्र रोग चिकित्सा



ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आँखों की बीमारी का सीधा संबंध ग्रहों से होता है. जब हमारे ग्रह सही दिशा में नहीं चल रहे होते हैं और ग्रहों की स्तिथि ठीक नहीं होती है तो ऐसे में हमारी आँखों में बीमारी होने की संभावना अधिक होती है.

1.   लग्नेश जब बुद्ध यानि ३-६ या मंगल १-८ की राशी में उपस्थित होते हैं तो इससे हमारी आँखों में बीमारी होने की बहुत अधिक संभावना होती है.

2.  जब लग्नेश और अष्टमेश छठे भाव में एकसाथ उपस्थित होते हैं तो इन दोनों की उपस्थिति के कारण हमारी बांयी आँख में बीमारी अवश्य होती है.
CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
 
नेत्र रोग चिकित्सा
नेत्र रोग चिकित्सा
3.   हमारा शुक्र जब छठे या आठवें भाव में उपस्थित होता है तो ऐसे में हमारी दाई आँख में बीमारी हो सकती है. 

4.  जिस व्यक्ति के १०वें और छठे भावों के स्वामी द्वितीयेश के साथ लग्न में उपस्थित हों वह व्यक्ति अपने जीवन में कभी भी अपनी आँखों की द्रष्टि जरूर खोता है. 

5.  मंगल जब द्वादश भाव में उपस्थित होता है तो इससे व्यक्ति की बाई आँख में चोट लग सकती है और शनि जब द्वितीय भाव में उपस्थित हो तो ऐसे में व्यक्ति की दाई आँख में चोट लग सकती है.

पाप ग्रहों से द्रष्ट सूर्य जब त्रिकोण में उपस्थति होता है तो ऐसे में व्यक्ति की आँखों में बीमारी हो जाती है और व्यक्ति को बीमारी के कारण ठीक तरह से दिखाई नहीं देता है. 
 
Netra Rog Chikitsa
Netra Rog Chikitsa


Netra Rog Chikitsa, नेत्र रोग चिकित्सा, Netra Chikitsa, Aankhon ki Bimaari ka Ilaaj, आँखों की बीमारी का इलाज, नेत्र चिकित्सा.


YOU MAY ALSO LIKE 

उँगलियाँ और आपकी पर्सनालिटी
- हम अपने ग्रहों को अपने अनुकूल बना सकते हैं
- माँ - बाप की ख्वाहिशे
- हनुमान जयंती पर लांगुरास्त्र प्रयोग
- छोटी उंगली से जानिए बिजनेसमैन बनेगें या अफसर
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नेत्र रोग और ग्रह
- जीवन से जुडी हर छोटी बड़ी समस्या का समाधान

Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.


इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !


प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम

No comments:

Post a Comment

ALL TIME HOT